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दहेज की शर्त ( एक विचार या व्यंग्य शायद)



दहेज की शर्त

सुना है लड़के वाले दहेज लेते है
कभी कार कभी पैसा तो कभी फर्नीचर मांगते हैं

धीरे-धीरे इसका भी देखो रूप बदलने लगा
कमियां जो थी कहीं उनका दौर अब खत्म होने लगा

फिर नए युग में लड़कों को समर्थता जगने लगी
पंच वस्त्रों को आसीन लड़की को वो अपनाने लगे

पर हुआ कुछ यूं कि दहेज ने अपना नया रूप लिया
कार जो लड़कों ने मांगी  थी कभी अब लड़की को घर में चाहिए थी

पैसा जो लेते थे वो अब बहू को उसकी जरूरत थी
फर्नीचर हो या नौकरानी अब पत्नी को चाहिए थी

लड़का हो चाहे कैसा भी 
भौतिक सुविधाएं ही शादी की शर्त थी

लड़के ने जब साथ मांगा 
तब बस कहासुनी हुई थी

दहेज रूप बदल लड़की में
 यह ख्वाहिश शर्त रूपी घुली थी

शादी जैसे कोई खेल बन गया
एक की जरूरत दूसरे का शौक बन गया

गुणों को देखने से पहले अब
घर बार देखा जाने लगा

बसाएंगे नया घर खुद का अलग
संपदा के साथ ऐसा शर्तिला ख्वाब सजने लगा

घर का काम अब मुझसे नहीं होता
नौकरानी की जरूरत है

बाहर काम करके जिम्मेदारी में हाथ बताऊं
मैं तो अबला नारी हूं ना , यह काम भी कैसे कर पाऊं

शादी करी है ना तुमने तो खुद ही संभालो
बात मानो मेरी या मुझसे विरह कर लो

दहेज में ₹1 ना दूंगी अब किसी को
पर ख्वाहिशों के नाम पर हर चीज मांगूंगी अब

नारी हूं मैं कहने को अबला सही
पर हर बात माननी होगी मेरी यही है शर्तें अब

दहेज नहीं लूंगी मैं
दहेज के नाम पर शोषण नहीं करूंगी

अब मांगकर या कर्ज लेकर 
अपना घर नहीं बनाऊंगी

पर मांगूंगी तुमसे हर एक वह चीज 
जो कभी तुमने दहेज में मांगी थी

फर्क सिर्फ इतना है 
तुमने मांगा तो वह दहेज था

मैंने मांगा क्योंकि
 वह मेरा आराम का मसला था

तेरे घर में कुछ है या नहीं 
मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता

शादी करनी है ना 
तो सब चीजें देनी होगी

ना करना कोई काम मुझे कभी 
दहेज रूपी सामान मुझे देना होगा

तुम मानो या मानो
 मेरी यही शर्त है

नौकरानी कार फर्नीचर चाहिए मुझे
तुम्हारे बस का नही तो ये मानना

तो छोड़ दो शादी का अब ख्वाब देखना
लड़की हूं में पर यही मेरा दहेज है

काबिलियत मुझमें हो या नहीं
जिम्मेदारी मैं उठाऊं या नहीं

मुझे तो बस नए युग का
हर शोक पूरा करना है

गरीब का घर है तो
मुझे ना शादी करनी है

दहेज अब तुम नही मैं मांगती हूं
बोलो क्या तुम्हे मेरी दहेज की शर्त मंजूर है ।

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5 Comments

यथार्थ चित्रण आज के परिवेश में मानवीय प्रवृति का

Reply

Swati chourasia

22-Dec-2022 06:35 AM

बहुत खूब 👌

Reply

Renu

21-Dec-2022 10:20 PM

👍👍🌺

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